16.1 C
New Delhi
Sunday, November 24, 2024

Kohli completes 15 years in International Cricket: रन के लिए 510 किमी दौड़ चुके कोहली, 46 मैदानों पर लगाया शतक

नई दिल्ली । विराट कोहली के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 साल पूरे हो गए हैं। कोहली ने 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला वनडे मैच खेला था। विराट अब तक 111 टेस्ट, 275 वनडे और 115 टी20 मैच खेल चुके हैं। उनके नाम टेस्ट में 8676, वनडे में 12898 और टी20 में 4008 रन हैं। कोहली के नाम क्रिकेट में कई बड़े रिकॉर्ड हैं, लेकिन कुछ ऐसे रोचक आंकड़े हैं जिनके बारे में बहुत कम लोगों को पता है। हम ऐसे कुछ रोचक आंकड़ों के बारे में आपको बता रहे हैं…

विकेटों के बीच दौड़ का रिकॉर्ड
ईएसपीएन क्रिकइन्फो की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अपने 15 साल लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर में विराट कोहली ने अपने नॉन-बाउंड्री स्कोरिंग शॉट्स के लिए विकेटों के बीच लगभग 276.57 किमी की दौड़ लगाई है। जब वह क्रीज पर थे, तब उन्होंने अपने साथियों के लिए लगभग 233.48 किमी दौड़ लगाई है। इस तरह उन्होंने विकेटों के बीच 510.04 किमी की दौड़ लगाई है। कोहली ने बिना बाउंड्री के 13748 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके साथ क्रीज पर खड़े बल्लेबाजों ने बिना बाउंड्री के 11606 रन बनाए। कोहली का योगदान कुल 24354 रनों में रहा।

रन चेज में कोहली का औसत 518
टी20 विश्व कप में बल्ले से कोहली की सफलता किसी से छिपी नहीं है। वह 2014 और 2016 टी20 विश्व कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे। लक्ष्य का पीछा करने में उनका रिकॉर्ड विशेष रूप से शानदार है। कोहली ने इस टूर्नामेंट के इतिहास में रन चेज में जब बल्लेबाजी की तब भारत ने दस मैचों में से नौ मैच जीते। विराट आठ मौकों पर नाबाद रहे हैं। उन दस रन चेज में कोहली का औसत 270.5 है, जो न्यूनतम पांच पारियां खेलने वाले बल्लेबाजों में अगले सर्वश्रेष्ठ मार्कस स्टोइनिस (146) के औसत से लगभग दोगुना है। सफल रन चेज में कोहली का औसत 518 तक पहुंच गया है, जो दूसरे सर्वश्रेष्ठ कैमरून व्हाइट (104) से करीब पांच गुना ज्यादा है।

46 मैदानों पर शतक
कोहली ने अब तक अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 83 स्थानों पर खेला है और उनमें से 46 में शतक बनाए हैं। एडिलेड ओवल कोहली के लिए सबसे खास रहा है। इस मैदान पर विराट ने पांच शतक लगाए हैं। कोहली से अधिक मैदानों पर शतक लगाने वाले खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर हैं। तेंदुलकर ने अपने 100 शतक 53 अलग-अलग स्थानों पर लगाया था।
विश्व कप करियर की हुई थी शानदार शुरुआत

कोहली ने 2011 विश्व कप के पहले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ अपने विश्व कप करियर की शुरुआत की थी। इस मैच में उन्होंने नाबाद शतक लगाया था। एक साल बाद उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ अपने टी20 विश्व कप डेब्यू में अर्धशतक जड़ा था। वनडे विश्व कप डेब्यू पर शतक और टी20 विश्व कप डेब्यू पर अर्धशतक पूरा करने वाले वह पहले खिलाड़ी हैं। ऑस्ट्रेलिया के एरॉन फिंच ने 2014 टी20 विश्व कप में अर्धशतक और 2015 वनडे विश्व कप के पहले मैच शतक लगाकर उनकी बराबरी की थी।

विपक्षी के मैदान पर शानदार रिकॉर्ड
कोहली ने उन सभी नौ देशों में शतक बनाया है जहां उन्होंने वनडे खेला है। टेस्ट क्रिकेट में आठ देशों में से सात में शतक लगाए हैं। बांग्लादेश एकमात्र अपवाद है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के खिलाफ उसके घरेलू मैदान पर टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में शतक लगाए हैं। केवल दो खिलाड़ियों ने कोहली के समान कई या अधिक देशों में मेजबान टीम के खिलाफ टेस्ट और वनडे दोनों में शतक बनाए हैं। सचिन तेंदुलकर और कुमार संगकारा ने सात-सात बार ऐसा किया है।

तीन बार 5-0 का अनोखा रिकॉर्ड
भारत के कप्तान के रूप में कोहली का पहला पूर्ण कार्यभार 2013 का जिम्बाब्वे दौरा था, जहां उन्होंने टीम को वनडे सीरीज में 5-0 से जीत दिलाई थी। कोहली ने बतौर कप्तान दो बार और 5-0 का नतीजा हासिल किया। महेंद्र सिंह धोनी की अनुपस्थिति में कोहली ने 2014 में घरेलू मैदान पर श्रीलंका के खिलाफ भारत को 5-0 से जीत दिलाई। 2017 में श्रीलंका को एक बार फिर 5-0 से हार का सामना करना पड़ा। इस बार उनके घरेलू मैदान पर ऐसा हुआ था। कोहली पुरुष वनडे क्रिकेट में चार या उससे अधिक मैचों की सीरीज में तीन बार व्हाइटवॉश करने वाले एकमात्र कप्तान हैं।

रन चेज में तेंदुलकर से काफी आगे
कोहली वनडे में सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड 49 शतकों की बराबरी करने से तीन शतक दूर हैं, लेकिन रन चेज में वह काफी आगे हैं। वनडे में लक्ष्य का पीछा करते हुए उनके नाम अब 26 शतक हैं। तेंदुलकर ने 17 बार ऐसा किया था। कोहली के लक्ष्य का पीछा करते हुए नौ शतक तब आए हैं जब भारत 300 से अधिक लक्ष्य का पीछा कर रहा था। इस सूची में निकटतम दावेदार जेसन रॉय हैं। उनके नाम पांच शतक हैं।

जमैका से खास कनेक्शन
भारत की विश्व कप जीत का हिस्सा बनने के तुरंत बाद विराट ने 2011 में जमैका के सबीना पार्क में अपना टेस्ट डेब्यू किया। आठ साल बाद उसी मैदान पर कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे सफल कप्तान का ताज पहना। वेस्टइंडीज को 257 रन से हराकर बतौर कप्तान 28वीं जीत हासिल की थी। उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी की 27 जीत के रिकॉर्ड को तोड़ा था।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

15,780FansLike
2,290FollowersFollow
5,445SubscribersSubscribe

Latest Articles