नई दिल्ली: शाकिब अल हसन के बिना खेलने उतरी बांग्लादेश की टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में 106 रन पर ही ऑलआउट हो गई। बांग्लादेश के लिए महमूदुल हसन जॉय हाइएस्ट स्कोरर रहे। मुस्फिकुर रहीम 11 रन बनाकर आउट हुए। मेहदी हसन मिराज ने 13 और ताइजुल इस्लाम ने 16 रन की पारी खेली।
इनके अलावा बांग्लादेश का कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाया। ताइजुल इस्लाम ने नईम हसन के साथ 9वें विकेट के लिए 26 रन की साझेदारी की। जो बांग्लादेश के लिए इस मैच में किसी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है। यह साझेदारी बताती है कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में बांग्लादेश का अब तक का दिन कैसा रहा। नईम हसन 8 रन बनाकर पवेलियन लौटे। कगिसो रबाडा ने उन्हें वियान मुल्डर के हाथों कैच कराया।
केशव, रबाडा और मुल्डर ने झटके 3-3 विकेट
ढाका के शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम में खेले जा रहे इस टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका की ओर से केशव महाराज, कगिसो रबाडा और वियान मुल्डर ने शानदार गेंदबाजी का मुजाहिरा पेश किया। केशव महाराज ने 16.1 ओवर में 34 रन देकर 3 विकेट लिए। वियान मुल्डर सबसे किफायती रहे। उन्होंने 8 ओवर में 4 मेडन फेंकते हुए सिर्फ 22 रन दिए और बांग्लादेश के तीन बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। कगिसो रबाडा ने 11 ओवर में 26 रन देकर 3 विकेट लिए। उनके भी 4 ओवर मेडन रहे।
5वां न्यूनतम स्कोर
लंच के समय बांग्लादेश का स्कोर 26.1 ओवर में 6 विकेट पर 60 रन था। लंच के बाद बांग्लादेश ने 4 विकेट पर 46 रन जोड़े। बांग्लादेश के 106 रन घरेलू मैदान पर उसका पांचवां सबसे छोटा स्कोर है। बांग्लादेश का घरेलू मैदान पर टेस्ट में न्यूनतम स्कोर 87 रन है। बांग्लादेश की टीम इस स्कोर पर दो बार घरेलू मैदान पर ऑलआउट हो चुकी है।
3 बार हो चुका है 100 रन के भीतर हो चुका है ऑलआउट
पहली बार दिसंबर 2002 में ढाका के बंगबंधु नेशनल स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ बांग्लादेश 31.5 ओवर में 87 रन पर ऑलआउट हो गया था। दूसरी बार दिसंबर 2021 में पाकिस्तान के खिलाफ शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम पर 32 ओवर में 87 रन पर ऑलआउट हो गया था। बांग्लादेश घरेलू मैदान पर 100 रन के भीतर 3 बार ऑलआउट हो चुका है। ढाका के बंगबंधु नेशनल स्टेडियम में नवंबर 2000 में भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में बांग्लादेश 91 रन पर ऑलआउट हो गया था।