नई दिल्ली: भारत के पूर्व स्पिनर आर अश्विन को सोमवार को पद्म श्री अवॉर्ड से नवाजा गया। इस उपलब्धि को हासिल करने वाले अश्विन ने खुलासा किया कि वो बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने इस मैच में शतक लगाया था और 6 विकेट लिए थे। वहीं अश्विन ने इस साल ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान अचानक से रिटायरमेंट का ऐलान करके हुए सबको चौंका दिया था। वो टेस्ट सीरीज के बीच में से ही भारत वापस आ गए थे और फिर इस वक्त वो आईपीएल 2025 में सीएसके के लिए खेल रहे हैं।
अश्विन ने पहले खुलासा किया था कि रिटायरमेंट के बारे में उनके दिमाग में दो बार विचार आया था जिसमें एक बार 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान और फिर एक साल बाद जब भारत ने इंग्लैंड को हराया था। अश्विन ने अब फ्रैंचाइजी के पॉडकास्ट शो माइक टेस्टिंग 123 पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई और CSK बल्लेबाज माइक हसी से बात करते हुए अपनी रिटायरमेंट के फैसले के बारे में बताया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अश्विन ने कह कि ईमानदारी से कहूं तो मैं अपने 100वें टेस्ट के बाद ऐसा करना चाहता था और फिर मैंने सोचा ठीक है मुझे घरेलू सीजन में इसे आजमाना चाहिए। मेरा मतलब है आप अच्छा खेल रहे हैं और आपको विकेट मिल रहे हैं आप रन बना रहे हैं। इसलिए मैंने सोचा कि थोड़ा खेलना समझदारी है। मुझे बहुत मजा आ रहा था लेकिन शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को फिर से मैदान पर लाने के लिए मुझे जो कड़ी मेहनत करनी पड़ी, उसमें से एक सबसे महत्वपूर्ण चीज जो मुझे निराश कर रही थी वह थी परिवार के साथ समय बिताना।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अश्विन ने कहा कि मुझे लगा कि मैं शायद चेन्नई टेस्ट के साथ ही अपना खेल खत्म कर लूंगा। मैंने छह विकेट और एक शतक बनाया। इसलिए जब आप बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हों तो खेल छोड़ना बहुत मुश्किल होता है। इसलिए मैंने सीरीज जारी रखी और हम न्यूजीलैंड से हार गए। इसलिए एक के बाद एक यह सब बढ़ता ही गया और फिर मैंने सोचा ठीक है मुझे ऑस्ट्रेलिया जाना चाहिए। देखते हैं यह कैसा रहता है क्योंकि पिछली बार जब मैं ऑस्ट्रेलिया गया था तो मेरा दौरा बहुत बढ़िया रहा था। हालांकि इस बार ऐसा नहीं हो पाया और फिर मैंने सोचाकि शायद अब वक्त आ गया है कि क्रिकेट को अलविदा कह दूं।