भोपाल। मनु भाकर जिनका जन्म हरियाणा के एक छोटे से गांव गोरिया में हुआ जो की यह गांव झज्जर जिला के अंतर्गत आता है। एक साधारण सी जिंदगी जीने वाली मनु भाकर के नाम से अब कौन परिजित नहीं होगा जिसने महज 16 साल की उम्र में जो उपलब्धी हासिल की है वह शायद किसी कारनामे से कम नहीं है। जब मनु भाकर ने हरियाणा के गांव कस्बों से निकल कर अपने सपनो को उड़ान दी है ।
इस समय मनु भाकर भोपाल में चल रहे भारतीय टीम के शूटिंग कैम्प में हैं,यह कैम्प एशियाड और वर्ल्ड चैम्पियनशिप के लिए लगाया गया है ,गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ में गोल्ड जीतने वाली स्टार शूटर मनू भाकर बुधवार देर रात शूटिंग कैंप के लिए भोपाल पहुंचीं।यह कैम्प भोपाल के बिशन खेड़ी में मप्र राज्य शूटिंग अकादमी में पिछले आठ दिनों से चल रहा है।

मनु भाकर ने महज 16 साल में 2018 में हुए गुआदालाजारा में 10 मीटर के एयर पिस्टल प्रतिस्पर्धा में पहली बार इंटरनैशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन में गोल्ड मैडल जीता ,वहीं भाकर ने 2018 में ऑट्रेलिया के गोलकोस्ट में हुए राष्ट्रमण्डल खेलो में 388 /400 का स्कोर करके 10 मी॰ एयर पिस्टल के प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत कर एतिहास रच दिया।
मनु भाकर बताती हैं की अपने सपनो को उड़ान देने के लिए खेल के दुनिया में उन्हें भी जद्दोजहद करना पड़ा।,मनु भाकर ने शूटिंग में हाँथ आजमाने से पहले बॉक्सिंग, कराते, एथलेटिक्स और लॉन टेनिस में हिस्सा लेती थी। इन सब में मन नहीं लगा तो शूटिंग में हाँथ आजमाया,मनू ने मात्र दो साल दो महीने के शूटिंग करियर में दर्जनभर से अधिक अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं, जिनमें नौ गोल्ड भी शामिल है।