नई दिल्ली: लंदन में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप WTC फाइनल से पहले ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड ने चयनकर्ताओं के सामने एक मुश्किल सवाल खड़ा कर दिया है। 36 साल के बोलैंड पिछले डेढ़ साल से घुटने की तकलीफ से जूझ रहे थे, लेकिन अब वह पूरी तरह दर्द से मुक्त हैं और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लॉर्ड्स में होने वाले फाइनल में अपनी जगह बनाने के लिए बेताब हैं। उनका मुकाबला जोश हेजलवुड से है, जो हाल ही में आईपीएल में शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बोलैंड ने जनवरी में भारत के खिलाफ सिडनी टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीता था। बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में उन्होंने तीन टेस्ट में 21 विकेट लेकर सबका ध्यान खींचा था। उस समय हेजलवुड चोटिल थे, और बोलैंड ने उनकी जगह शानदार प्रदर्शन किया। 2023 के डब्ल्यूटीसी फाइनल में भी बोलैंड को हेजलवुड पर तरजीह दी गई थी, जहां उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बेहतर तेज गेंदबाजी की। लेकिन अब हेजलवुड पूरी तरह फिट हैं और आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को पहला खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाने के बाद आत्मविश्वास से भरे हैं।
मेरे नाम पर विचार करें
बोलैंड ने हाल ही में बताया कि पिछले तीन महीनों में उन्हें अपने घुटने को ठीक करने का मौका मिला। “मैं अपने शरीर की स्थिति से बहुत खुश हूं। करीब डेढ़ साल बाद मैं पहली बार बिना दर्द के हूं। मेरा घुटना अब पूरी तरह ठीक है,” मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा। “पिछले दो महीनों से मेरा लक्ष्य था कि मैं खुद को इस स्थिति में लाऊं कि चयनकर्ता मेरे नाम पर विचार करें। शील्ड सीजन के आखिरी समय में मेरा घुटना वैसा नहीं था जैसा मैं चाहता था, और मैं उस तरह गेंदबाजी भी नहीं कर पा रहा था। लेकिन अब मैं उस स्थिति में हूं जहां मैं अपनी गेंदबाजी को पूरी तरह नियंत्रित कर सकता हूं।” बोलैंड और हेजलवुड के बीच चयन का फैसला ऑस्ट्रेलिया के चयनकर्ताओं के लिए आसान नहीं होगा। इसके अलावा, टीम को यह भी तय करना है कि क्या वे एक ऑलराउंडर को शामिल करेंगे, कैमरन ग्रीन को बल्लेबाज के तौर पर कहां खिलाएंगे, और ट्रैविस हेड के मिडिल ऑर्डर में लौटने के बाद उस्मान ख्वाजा के साथ सलामी बल्लेबाजी कौन करेगा।
बोलेंड ने हेजलवुड की तारीफ करते हुए कहा
जोश विश्वस्तरीय गेंदबाज हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया है। हम सभी खेलना चाहते हैं, लेकिन जगह सभी के लिए नहीं है।” बोलैंड की फिटनेस उनकी सबसे बड़ी ताकत है। पिछले डेढ़ साल में घुटने की तकलीफ के बावजूद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि घरेलू सीजन खत्म होने के बाद छह हफ्तों तक उन्होंने न तो गेंदबाजी की और न ही दौड़ लगाई। इस दौरान उन्होंने जिम में अपने घुटने को मजबूत करने पर ध्यान दिया। “अब मेरा घुटना पहले से कहीं ज्यादा मजबूत है। सात हफ्ते पहले जब मैंने दोबारा गेंदबाजी शुरू की, तब से यह और बेहतर होता गया।” हालांकि, बोलैंड के लिए एक चुनौती यह है कि हेजलवुड, पैट कमिंस और मिशेल स्टार्क हाल ही में आईपीएल में खेलकर लय में हैं। भले ही उन्होंने वहां चार ओवर की गेंदबाजी की हो, लेकिन दो महीने तक लगातार उच्च स्तर पर गेंदबाजी करने का अनुभव उनके पक्ष में है। दूसरी ओर, बोलैंड ने मार्च के बाद से कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला है। लेकिन वह इसे लेकर चिंतित नहीं हैं। ऑस्ट्रेलिया ने डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले कोई अभ्यास मैच नहीं खेलने का फैसला किया है। इसके बजाय, टीम बेकेनहम में सात दिन तक नेट और सेंटर-विकेट प्रैक्टिस करेगी।
लॉर्ड्स में कभी टेस्ट नहीं खेला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बोलैंड ने कहा, “हमें इस तरह की तैयारी पर भरोसा है। बेकेनहम में हमें शानदार सुविधाएं मिलती हैं। वहां का सेंटर-विकेट और रन-अप बहुत अच्छे हैं। यह एक मैच जितना ही प्रभावी है। मेरे लिए यह तरीका सबसे अच्छा है। मैं अपनी जरूरत के हिसाब से अभ्यास कर सकता हूं।” उन्होंने यह भी कहा कि कमिंस, स्टार्क और हेजलवुड आईपीएल की वजह से पहले ही लय में हैं, और उन्हें सिर्फ टेस्ट में ज्यादा ओवर फेंकने की आदत डालनी होगी। बोलैंड के लिए एक छोटी सी मुश्किल यह है कि उन्होंने लॉर्ड्स में कभी टेस्ट नहीं खेला, जबकि हेजलवुड ने वहां तीन टेस्ट में 13 विकेट लिए हैं, जिसमें 2023 के एशेज टेस्ट में पांच अहम विकेट शामिल हैं। फिर भी, बोलैंड का आत्मविश्वास और उनकी मौजूदा फॉर्म उन्हें चयन की दौड़ में बनाए रखती है। अब यह चयनकर्ताओं पर है कि वे इस मुश्किल फैसले को कैसे लेते हैं। बोलैंड की मेहनत और जज्बा निश्चित तौर पर उनके सामने एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। क्या वह लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन में जगह बना पाएंगे? यह देखना दिलचस्प होगा।