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Monday, April 21, 2025

वनवासी खेल प्रतियोगिता में 32 प्रान्तों के तीरन्दाजी में 317 एवं खो खो में 225 वनवासी खिलाडियों ने भाग लिया

भोपाल। 28 दिसम्बर से ३१ दिसम्बर तक अखिल भारतीय कल्याण आश्रम द्वारा आयोजित 20वी राष्ट्रीय वनवासी खेल प्रतियोगिता का भव्य आयोजन क्र समापन किया | भोपाल के कमला देवी पब्लिक स्कूल करोंद, में तीरन्दाजी व खो – खो प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ जिसमे विजेताओं को समापन समारोह में ट्राफी प्रदान की गयी। समापन समारोह में मुख्य अतिथि श्री नंदकुमार शाह राष्ट्रीय अध्यक्ष , जनजाति आयोग , कार्येक्रम की अध्यक्षता श्रीमति नीलिमा ताई पट्टे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वनबासी कल्याण आश्रम, विशेस अतिथि श्री लाल सिंह आर्य जनजाति कार्य मंत्री मध्यप्रदेश शासन, विशिष्ट अतिथि श्री सोमया जुलू राष्ट्रीय संगटन मंत्री वनवासी कल्याण आश्रम श्री कृपाप्रसाद सिंह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वनवासी कल्याण आश्रम, श्री संजय शाह अध्यक्ष आयोजन समिति, श्री गुमान सिंह डामोर सचिव स्वागत समिति, श्री सोभाग सिंह मुजाल्दा उपाध्यक्ष स्वागत समिति, श्री संजय सक्सेना सह सचिव स्वागत समिति, श्री राकेश शर्मा सह सचिव स्वागत समिति, श्री राधेश्याम शर्मा सरंचक स्वागत समिति, श्री सक्तिपद ठाकुर आ. भा. वनवासी कल्याण आश्रम खेलकूद प्रमुख श्री वी. वी. एस. एन. राव पूर्व संचालक भारतीय खेल प्राधिकरण भारत सरकार मंचासीन रहें!
मुख्य बक्ता सोमया जुलू राष्ट्रीय संगठन मंत्री वनवासी कल्याण आश्रम में अपने संबोधन में वनवासी समाज के योगदान का राष्ट्र निर्माण में उल्लेखन करते हुए कहा की भगवान श्री राम, महाराणा प्रताप, शिवाजी के साथ वनवासी समाज खड़ा रहा तथा उनके साथ भारत माता की सेवा में सर्वस्य न्योछावर करने में वनवासी समाज पीछे नहीं हटता, पूरे विश्व में पर्यावरण को लेकर समस्याओं उत्पन्न हो रही है उसका निवारण वनवासी समाज की जीवन शैली रहन सहन में छिपा है वनवासी कल्याण आश्रम वनांचल में निवासित खेल प्रतिभाओं को खोज कर उचित स्थान दिलाने में प्रयास रत है उसका उदहारण यहाँ देखने को मिल गया है । मुख्य अतिथि श्री नंदकुमार साय ने अपने संबोधन में कहा की वनवासी समाज की पहचान सरलता, भोलापन, एवं इमानदारी के रूप में होती है कुछ लोग कहते है जनजाति समाज को मुख्या धारा से जोड़ा जाये तो पहले यह तो तय हो की मुख्या धारा क्या है वनवासी अंचल में जाने पर पर्यावरण की चिंता इस समाज को कितनी है देखा जा सकता है पेड़ों की पत्तियां साँझ ढलते ही हाँथ नहीं लगाते है कहते है पेड़ सो गए है वनवासी समाज बास्तव में प्रकृति पूजक है सहरी करण व आधुनिकता के पीछे चलनेबालों को वनवासियों से सीखना चाहिये!
मंत्री श्री लाल आर्य ने कहा की खेल में खिलाडी अकेला नहीं जीतता है उनके पीछे पूरा समाज व देश खड़ा होता है, यह भाव जागरण में वनवासी कल्याण आश्रम का प्रयास सराहनीय है।
समापन समारोह प्रस्तावना स्वागत समिति सचिव श्री गुमान सिंह डामोर ने राखी इस बीच तीरंदाजी का जहा खिलाडियों ने अतिथियों एवं नागरिकों के सामने प्रदर्शन किया जिसमे खूब सराहा गया, वहा तीरन्दाजी एवं खो – खो में विजेताओं को अतिथियों के द्वारा ट्राफी प्रदान की गई, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही श्रीमती नीलिमा ताई पट्टे ने अध्यक्षीय भाषण व प्रतियोगिता समापन की घोषणा की आभार प्रांत महामंत्री योगीराज परते ने व्यक्त किया |समापन समारोह में देश – प्रदेश सहित भोपाल से अनेक गणमान्य नागरिकों व विविध संगठन के अनेक पदाधिकारियों ने शिरकत की | मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को यह सुअवसर प्राप्त हुआ जोकि 20वी राष्ट्रीय वनवासी खेल प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें देशभर के 32 प्रान्तों से वनवासी खिलाडियों ने तीरन्दाजी में 317 एवं खो खो में 225 प्रतिभागियों ने सहभागिता की |

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