नई दिल्ली: भारतीय टीम को तमाम संघर्ष और कोशिशों के बावजूद सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा। एक समय पर ऐसा लग रहा था कि भारत यह मैच आसानी से ड्रॉ करा लेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। आखिरी सेशन में ऑस्ट्रेलियाई टीम की वापसी ने भारत के हाथों से मैच खिंच लिया और उसे 184 रन से हार मिली।
भारत की इस हार के मुख्य कारण
1) कोहली-रोहित फ्लॉप
भारत के दिग्गज खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनो ही पारियों में फ्लॉप साबित हुए। कोहली ने 86 गेंदों में 36 रन की पारी खेली। वहीं रोहित शर्मा केवल तीन रन बनाकर आउट हो गए। दूसरी पारी में रोहित शर्मा ने केवल 9 रन बनाए। वहीं विराट कोहली भी दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। वह पांच रन बनाकर आउट हो गए। ऐसे में निचले क्रम के बल्लेबाजों पर भार बढ़ा।
2) ऋषभ पंत का विकेट फेंकना
भारत के युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत ने दोनों ही पारियों में खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया। पहली पारी में वह आक्रामक खेलना चाह रहे थे और 28 रन बना पाए। दूसरी पारी में पंत ने यशस्वी जायसवाल के साथ मजबूत साझेदारी की थी। उन की साझेदारी के दम पर भारत मैच ड्रॉ कराना चाह रहा था। हालांकि 104 गेंद खेलने के बाद दूसरी पारी में एक बार फिर उन्होंने खराब शॉट के साथ आउट हुए। यहीं से ऑस्ट्रेलिया को मैच में वापसी का मौका मिला।
3) जसप्रीत बुमराह को नहीं मिला किसी का साथ
गेंदबाजों में जसप्रीत बुमराह के अलावा कोई भी प्रभावित नहीं कर सका। बुमराह ने पहली पारी में चार और दूसरी पारी में 5 विकेट लिए। उनके अलावा कोई भी गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बनाता नहीं दिखा। उन्हें दूसरे छोर से कोई मदद नहीं मिल रही थी। पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने इसी का फायदा उठाकर 474 रन बना डाले। इसके बाद भारत मैच में आने की कोशिश करता रहा।
4) यशस्वी जायसवाल का आउट होना
यशस्वी जायसवाल जब तक क्रीज पर थे भारत के ड्रॉ की उम्मीद कायम थी। उनका विवादित तरीके से आउट होने के बाद भारत मैच से बाहर हो गया। जायसवाल को कैच दिया गया क्योंकि ऐसा देखकर लग रहा था कि गेंद उनके बल्ले या फिर ग्लव्स से लगी है। हालांकि स्निको में कुछ नजर नहीं आया। जायसवाल के आउट होने के बाद कोई भी टिक नहीं पाया।
5) 8 बल्लेबाज नहीं खेल पाए 80 ओवर
भारत ने इस मैच में बल्लेबाजी में गहराई लाने के लिए 8 बल्लेबाजों को मौका दिया। हालांकि टीम फिर भी दूसरी पारी में पूरे ओवर नहीं खेल सकी। इस फैसले का भारत को फायदा नहीं हुई। इससे भारत को एक गेंदबाज की कमी महसूस हुई और ऑस्ट्रेलिया ज्यादा बन बनाने में कामयाब रहा।