नई दिल्ली: भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे (बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी) की शुरुआत 22 नवंबर से होने वाली है। पहला टेस्ट मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला जाना है। पर्थ में कुछ दिन पहले बारिश हुई। इस कारण क्यूरेटर्स को पिच को पारंपरिक रूप से तैयार करने का समय नहीं मिला। मुख्य क्यूरेटर इसहाक मैकडोनाल्ड ने उम्मीद जताई है कि भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया पहले टेस्ट मैच के दौरान पांचों दिन पिच से बहुत ज्यादा उछाल मिलेगा, लेकिन न ही यह बहुत ज्यादा टूटेगी या इस पर अत्यधिक दरारें पड़ेंगी।
मैकडोनाल्ड ने बताया कि पर्थ में बेमौसम की बारिश से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट की पिच की तैयारी पर असर पड़ा है। उन्हें पिच पर ‘घुमावदार दरारें’ बनने की उम्मीद नहीं है।इसके बावजूद पिच से काफी उछाल मिलेगा। आप्टस स्टेडियम या वाका मैदान की पिचें अपनी रफ्तार और उछाल के लिए मशहूर हैं। सूखे हालात में बनने वाली दरारों से तेज गेंदबाजों को अधिक मदद मिलती है। यहां पिछले कुछ दिन से बारिश हो रही है और मंगलवार को पिच पर पूरे दिन कवर बिछे थे। यही वजह रही कि क्यूरेटर्स को तैयारी के लिए समय नहीं मिल पाया।
पिच पर घुमावदार दरारें पड़ने की संभावना नहीं
मैकडोनाल्ड ने शुक्रवार से शुरू हो रहे शुरुआती टेस्ट से पहले मीडिया से कहा, ‘पारंपरिक तैयारी नहीं हो सकी है। कल पूरे दिन पिच पर कवर बिछे थे। हमने पहले ही पूर्वानुमान देख लिया था और सामान्य से थोड़ा पहले तैयारी शुरू कर दी थी। अब अगले दो दिन हम जल्दी तैयारी शुरू करेंगे।’ मैच के दिन पर पिच में नमी बनी रहने की उम्मीद है, जिससे टेस्ट के पांच दिन इसके टूटने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि अब यह पिच टूटेगी। इस पर घुमावदार दरारें पड़ने की भी संभावना नहीं है, लेकिन घास उगने से समान उछाल मिलेगा।’
पिच को खराब नहीं करेगा मौसम: पिच क्यूरेटर
मैकडोनाल्ड ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि मौसम इस पिच को खराब कर देगा। कुछ गिरावट होगी, खेल के दौरान घास खड़ी रहेगी और अलग-अलग उछाल देगी।’ मैकडोनाल्ड चाहते हैं कि सूरज जल्द से जल्द बादलों से निकल आए ताकि पिच अपनी पारंपरिक प्रकृति के करीब व्यवहार कर सके। उन्होंने कहा, ‘मेरा मतलब है कि हर कोई पारंपरिक बेकिंग के बारे में बात करता है। अगर हमें ऐसा (बेकिंग) करना है तो हम इसे अधिक रोलिंग और कम पानी के साथ बना सकते हैं। हम हर घंटे विकेट का परीक्षण कर रहे हैं, इसलिए फिलहाल यह काफी हद तक परिस्थितियों पर आधारित है।’
पिच पर 8 से 10 MM तक हो सकती है घास
मौसम विभाग ने शुक्रवार के बाद से आसमान साफ रहने की भविष्यवाणी की है लेकिन तापमान बढ़ सकता है। मैकडोनाल्ड ने जल्दी से धूप खिलने की उम्मीद जताई ताकि पर्थ की पारंपरिक पिच तैयार की जा सके। पाकिस्तान ने हाल ही में एक वनडे में ऑस्ट्रेलिया को यहां 140 रन पर आउट किया था। तब पिच पर 4 एमएम घास थी, लेकिन भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट के दौरान यह दोगुनी हो सकती है। मैकडोनाल्ड ने कहा, ‘पिछली बार घास 8 से 10 एमएम थी। हम अपनी क्यूरेटर टीम से बात कर रहे हैं कि क्या हो सकता है? यह तय है कि पिच में अच्छी रफ्तार और उछाल होगी।