नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का आगाज होने वाला है। सीरीज का पहला मैच अब बस कुछ ही घंटे की दूरी पर है। पहला मैच पर्थ में खेला जाएगा। जहां एक ओर टीम इंडिया अपने ही घर पर न्यूजीलैंड से सीरीज हारकर यहां पहुंची है, वहीं ऑस्ट्रेलिया ने तो पिछले लंबे अर्से से कोई भी टेस्ट मुकाबला खेला ही नहीं है। लेकिन भारतीय टीम की सबसे बड़ी टेंशन यही है कि ऑस्ट्रेलिया का दौरा उसके लिए कभी भी आसान नहीं रहा है। इस बार भी ऐसा ही कुछ होते हुए नजर आ सकता है। इस बीच ये मैच जहां यानी पर्थ में खेला जाएगा, वहां अभी तक ऑस्ट्रेलियाई टीम हारी नहीं है। ऐसे में इस स्टेडियम को ऑस्ट्रेलिया का मजबूत किला कहा जा सकता है। लेकिन क्या भारतीय टीम इस चक्रव्यूह को भेद पाएगी, ये अपने आप में बड़ा सवाल है।
2018 में टीम इंडिया को इस स्टेडियम पर मिली थी मात
ऑस्ट्रेलिया के पर्थ स्टेडियम पर पहला मुकाबला साल 2018 में हुआ था। तब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबला खेला गया था। इस मैच में भारतीय टीम ने अच्छा खेल दिखाया था, बावजूद इसके उसे 146 रनों की हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद साल 2019 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीमें आमने सामने आती हैं। यहां भी ऑस्ट्रेलियाई टीम 296 रनों से जीत दर्ज करने में कामयाब रहती है। बातर अगर तीसरे मैच की करें तो साल 2022 में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच मुकाबला हुआ। इस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने 164 रनों से अपने नाम किया था। आखिरी बार साल 2023 में यहां पर ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान की टीमें आमने सामने थीं। तब ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को 360 रनों के भारी अंतर से हराया था।
चार में से एक भी टेस्ट नहीं हारी है ऑस्ट्रेलियाई टीम
कुल मिलाकर देखें तो पता चलता है कि ऑस्ट्रेलिया ने यहां पर साल 2018 से लेकर अब तक जो चार टेस्ट मैच खेले हैं, सभी में टीम ने जीत दर्ज की है और सभी की जीत रनों से आई है, वो भी बड़े अंतर से। यानी जो भी टीम यहां पर रनों का पीछा करने के लिए चौथी पारी में उतरी है, उसके लिए छोटे से लक्ष्य को भी हासिल करना आसान काम नहीं रहा है। अब भारतीय टीम के लिए ये बड़ी परीक्षा होगी कि किस तरह से ऑस्ट्रेलिया के इस अभेद्य किले में सेंध लगाई जाए।
टीम इंडिया की ताकत करीब करीब आधी
भारत इस मुकाबले में अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ नहीं उतर रहा है। कप्तान रोहित शर्मा पहला टेस्ट मिस कर रहे हैं। शुभमन गिल भी अचानक चोटिल हो गए हैं और वे पहला मैच नहीं खेल पाएंगे। वहीं मोहम्मद शमी अभी तक टीम में वापसी करने में कामयाब नहीं हो पाए हैं। ये वो खिलाड़ी हैं, जो अगर फिट होते हैं तो प्लेइंग इलेवन का हिस्सा जरूर होते, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। देखना होगा कि अपने बड़े खिलाड़ियों के बगैर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया का किस तरह से सामना करेगी।