नई दिल्ली
2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में सॉफ्टबॉल को शामिल किये जाने के साथ ही सॉफ्टबॉल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसबीएआई) इसे देश के भीतर खेल को बढ़ावा देने और लोकप्रिय बनाने का एक सुनहरा अवसर मानता है। सॉफ्टबॉल की भारत में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में खिलाड़ियों और उत्साही लोगों के साथ पर्याप्त उपस्थिति है। विभिन्न आयु समूहों की भारतीय महिला टीमें लगातार अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में भाग लेती है। सॉफ्टबॉल एसोसिएशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष नीतल नारंग ने 2028 ओलंपिक में खेल को शामिल किए जाने पर उत्साह व्यक्त किया। उन्होंने भारत की वैश्विक और एशियाई रैंकिंग को ऊपर उठाने और ओलंपिक योग्यता हासिल करने के दृढ़ संकल्प पर जोर दिया। उन्होंने कहा, सॉफ्टबॉल देश के लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में खेला जाता है और हम ऐसे अवसर की तलाश में हैं जो भारत में इस खेल को आगे बढ़ा सके। ओलंपिक इसके लिए सबसे अच्छा मंच है।
नारंग ने कहा, भारतीय महिला सॉफ्टबॉल ने हाल ही में हांग्जो में एशियाई खेलों में वाइल्ड कार्ड प्रवेश हासिल किया। हालांकि, एशिया में नौवें स्थान पर होने के कारण भारत महाद्वीपीय खेलों में अपनी शुरुआत करने का मौका चूक गया। इसलिए, 2028 ओलंपिक पर नज़र रखते हुए, भारतीय सॉफ्टबॉल टीम एशियाई खेलों में अपने नुकसान की भरपाई करने के लिए दृढ़ है। नारंग ने कहा, प्राथमिक उद्देश्य स्पष्ट है: मौजूदा 49वें स्थान से विश्व स्तर पर शीर्ष 20 तक और अगले दो वर्षों के भीतर एशिया में 9वें स्थान से शीर्ष 4 तक पहुंचना। इसके बाद, टीम का अंतिम लक्ष्य 2028 ओलंपिक के लिए अर्हता प्राप्त करना है। इन महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयास में, एसबीएआई अगले महीने जम्मू और कश्मीर में सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन कर रहा है।
नारंग ने विस्तार से बताया, हम 2028 ओलंपिक के लिए अपने मिशन को राष्ट्रीय स्तर पर शुरू कर रहे हैं। हम राष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान खिलाड़ियों के एक पूल का चयन करेंगे और एशियाई और विश्व दोनों स्तरों पर अपनी रैंकिंग में सुधार करने के लक्ष्य के साथ राष्ट्रीय शिविर जारी रखेंगे। 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक भारतीय सॉफ्टबॉल के लिए एक महत्वपूर्ण मंच होगा, जो खेल की प्रोफ़ाइल को बढ़ाने और इसे देश में नई ऊंचाइयों पर ले जाने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करता है। नारंग ने कहा, देश के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के साथ-साथ सॉफ्टबॉल एसोसिएशन ऑफ इंडिया का समर्पण और उत्साह वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार है।