नई दिल्ली: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने अपना रुख बदलते हुए चैंपियंस ट्रॉफी के हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार कर लिया है, लेकिन अब एक नया पेंच सामने आया है। पीसीबी चाहता है कि भविष्य में भारत में आयोजित होने वाले आईसीसी टूर्नामेंट्स के लिए भी इसी तरह का हाइब्रिड मॉडल अपनाया जाए, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस समझौते से साफ इन्कार कर दिया है। इससे गतिरोध और बढ़ गया है। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई इस हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार नहीं करेगा, क्योंकि भारत में ऐसी कोई सुरक्षा चिंता नहीं है, जिसके लिए इस तरह की व्यवस्था की आवश्यकता हो।
पिछले शुक्रवार (29 नवंबर) को आईसीसी बोर्ड की बैठक से पहले पीसीबी अपने रुख पर अड़ा हुआ था कि चैंपियंस ट्रॉफी हाइब्रिड मॉडल में आयोजित नहीं की जाएगी। भारत के मैच तटस्थ स्थल पर खेले जाएंगे। हालांकि, बीसीसीआई भी अपनी बात पर अड़ा हुआ है और आईसीसी ने संकेत दिया है कि हाइब्रिड मॉडल स्वीकार न किए जाने की स्थिति में पूरी चैंपियंस ट्रॉफी को पाकिस्तान से बाहर शिफ्ट किया सकता है, इसलिए पीसीबी के पास बहुत कम विकल्प थे।
भविष्य के आईसीसी टूर्नामेंट्स पर असर पड़ना तय
द इंडियन एक्सप्रेस ने पहले बताया था कि चैंपियंस ट्रॉफी के संबंध में लिए गए किसी भी निर्णय का भारत और पाकिस्तान दोनों द्वारा आयोजित भविष्य के आईसीसी के टूर्नामेंट्स पर असर पड़ना तय है। भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी। अब पाकिस्तान भी इसी तरह की व्यवस्था चाहता है। जानकारी के अनुसार पीसीबी चाहता है कि आईसीसी अगले साल भारत की मेजबानी में होने वाले 50 ओवर के विश्व कप में पाकिस्तान की महिला टीम के मैचों के लिए तटस्थ स्थल चुने। इसी तरह तीन पुरुष टूर्नामेंट टी20 वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी और 50 ओवर के वर्ल्ड कप के लिए पीसीबी एक हाइब्रिड मॉडल चाहता है। इससे यह सुनिश्चित हो सके कि उनकी टीम को भारत की यात्रा करने की आवश्यकता न पड़े।
बीसीसीआई नहीं स्वीकार करेगा प्रस्ताव
बीसीसीआई के पीसीबी के इस प्रस्ताव को स्वीकार करने की संभावना नहीं है। बीसीसीआई ने अपनी टीम को पाकिस्तान न भेजने के पीछे सुरक्षा मुद्दों को मुख्य कारण बताया है। पिछले महीने, भारत सरकार ने टी20 विश्व कप सुरक्षा कारणों से अपनी दृष्टिहीन क्रिकेट टीम को पाकिस्तान जाने की मंजूरी देने से इन्कार कर दिया था। बीसीसीआई का तर्क है कि भारत में कोई वास्तविक सुरक्षा खतरा नहीं है और उनके लिए हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करने का कोई कारण नहीं है।
पीसीबी ने 3 शर्तें रखी हैं
पीसीबी लिखित आश्वासन चाहता है और यदि बीसीसीआई इस मॉडल को स्वीकार नहीं करता है, तो आईसीसी का क्या फैसला लेगी? चैंपियंस ट्रॉफी फरवरी 2025 में ही होना है। बीते दिनों खबर आई थी कि चैंपियंस ट्रॉफी के हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करते हुए पीसीबी ने 3 शर्तें रखी हैं।