पटना: राजगीर में हो रही महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में अब तक सभी टीमों ने अपने दो-दो मैच खेल लिए हैं, जिससे अंक तालिका की स्थिति काफी हद तक स्पष्ट हो चुकी है। अब तक के नतीजों के अनुसार चीन, भारत, जापान, कोरिया, थाईलैंड और मलेशिया क्रमशः पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवें और छठे स्थान पर हैं। अब तक के प्रदर्शन के आधार पर अंक तालिका में टीमों का क्रम अपेक्षित दिखाई दे रहा है। चीन ने मलेशिया और थाईलैंड को हराकर छह अंकों के साथ शीर्ष स्थान पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। उसका गोल अंतर 20 का है, जिससे उसे अंक तालिका में बढ़त बनाए रखने में मदद मिल रही है। चीन का अगला मैच जापान के साथ है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह अपनी इस लय को बरकरार रख पाता है।
भारतीय टीम का उत्साहजनक प्रदर्शन
तीसरी बार खिताब जीतने के इरादे से मैदान में उतरी भारतीय टीम ने मलेशिया और दक्षिण कोरिया को हराकर छह अंक हासिल किए हैं। भारतीय टीम दूसरे स्थान पर है और अपने अगले मैच में थाईलैंड के खिलाफ बड़े अंतर से जीत दर्ज कर अपनी स्थिति को और मजबूत करना चाहेगी। संगीता, दीपिका, शर्मिला, प्रीति, और ब्यूटी ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन कप्तान सलीमा, मोनिका, और उप-कप्तान नवनीत को और मेहनत करनी होगी। भारतीय टीम को मिले 19 पेनल्टी कॉर्नर में से केवल तीन को ही गोल में बदला गया है, जो एक चिंता का विषय है। मुख्य प्रशिक्षक हरेंद्र सिंह इन कमियों पर ध्यान देंगे।
जापान को करना पड़ रहा संघर्ष
जापान अंक तालिका में तीसरे स्थान पर है। थाईलैंड के खिलाफ उसे अपेक्षाकृत कमजोर टीम के खिलाफ भी संघर्ष करना पड़ा और मैच बराबरी पर समाप्त हुआ। जापान ने इस बार 14 नए खिलाड़ियों को मौका दिया है, जिससे टीम कुछ कमजोर दिख रही है। अन्य टीमें भी नए खिलाड़ियों को मौका दे रही हैं ताकि वह बड़े टूर्नामेंट्स के लिए तैयार हो सकें।
थाईलैंड और मलेशिया के बीच प्रतिस्पर्धा
कोरिया, जो तीन बार चैंपियन रह चुकी है, अंक तालिका में चौथे स्थान पर है और उसे ऊपर आने के लिए अगले मैचों में बेहतर प्रदर्शन करना होगा। दूसरी ओर, थाईलैंड और मलेशिया के बीच आने वाले मैचों में स्थान की होड़ बनी रहेगी।
आगे की रोमांचक उम्मीदें
महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के अंतिम चार में कौन सी टीमें पहुंचेंगी, यह तो आने वाले मैचों में तय होगा। इस प्रतियोगिता में दर्शकों को रोमांचक मुकाबलों का आनंद मिल रहा है। आशा है कि भारतीय टीम स्वर्ण पदक जीतकर बिहार में खेल संस्कृति को बढ़ावा देगी और स्थानीय खिलाड़ियों को भी प्रेरित करेगी।