प्रदेश के ही इंद्रकुमार महाजन, तपन शर्मा, माधव पाटीदार खिताब से चूके
इंदौर। मध्यप्रदेश के भावेश गौर व नीलम चोपड़ा ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए मध्यप्रदेश टेनिस संघ के तत्वावधान में आयोजित एवं एमार इंडिया तथा ऐरन ग्रुप द्वारा प्रायोजित वर्ल्ड टेनिस टूर इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन एमटी 700 मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट में पुरुष व महिला एकल खिताब अपने नाम किए। लेकिन माधव पाटीदार, इंद्र कुमार महाजन व तपन शर्मा खिताब से चूक गए। सफल खिलाड़ियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुरस्कृत किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इन्दौर टेनिस क्लब में आयोजित वर्ल्ड टेनिस टूर इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन एमटी 700 मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट के सफल खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मैं तो यहां काफी देर रूकना चाहता था लेकिन समय की कमी के कारण ज्यादा देर नहीं रूक पा रहा हूं। प्रदेश के टेनिस को श्री धूपर नई ऊंचाईयों तक ले जा रहे है, यहां टेनिस की गतिविधियां लगातार जारी रहती है, जिसके वे बधाई के पात्र है। उन्होंने सभी विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया और शुभमकामनाएं दी। मुख्यमंत्री के साथ मंत्री तुलसी सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, गौरव रणदिवे भी उपस्थित थे।
अतिथियों का स्वागत मध्यप्रदेश टेनिस संघ के अध्यक्ष अनिल महाजन ने किया। मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह अखिल भारतीय टेनिस महासंघ के सचिव अनिल धूपर ने स्मृति चिन्ह दिया। आभार प्रदर्षन टूर्नामेंट डायरेक्टर अर्जून धूपर ने किया। इस अवसर पर मध्यप्रदेष टेनिस संघ के पदाधिकारी एवं इन्दौर टेनिस क्लब के ट्रस्टी भंी उपस्थित थे। इन्दौर टेनिस क्लब में खेली जा रही इस प्रतिष्ठित टेनिस स्पर्धा के मास्टर्स 30़ वर्ष आयु के खिताबी मुकाबले में मध्यप्रदेश के भावेश गौर ने बड़ा उलटफेर करते हुए दूसरी वरीयता प्राप्त लक्षित सूद को 4-6, 7-6, 10-8 से पराजित कर खिताब जीता। पहला सेट हारने के बाद भावेश ने जोरदार वापसी करते हुए दूसरा सेट टाईब्रेक में जीता और तीसरे सेट में भी बढ़त बनाते हुए जीत हासिल की।
मास्टर्स 35़ वर्ष आयु के फाइनल में मध्यप्रदेश के माधव पाटीदार का सामना जितिन बिश्नोई से था। बिश्नोई शुरू से ही काफी अच्छी लय में थे और उन्होंने माधव को सीधे सेटों में 6-2, 7-6(2) से हराकर मध्यप्रदेश को दूसरे खिताब से वंचित कर दिया। दूसरे सेट में माधव ने वापसी की कोशिश जरूर की, लेकिन वह नाकाफी साबित हुई। मास्टर्स 40़ वर्ष आयु के फाइनल में आठवीं वरीयता प्राप्त रियाज अहमद ने मध्यप्रदेश के इंद्रकुमार महाजन को रोचक और लंबे अंतराल तक चले मुकाबले में 0-6, 7-5, 10-5 से मात दी। पहला सेट आसानी से हारने के बाद रियाज ने दूसरे सेट में जोरदार वापसी की और मैच 1-1 की बराबरी पर ला दिया। तीसरे और निर्णायक सेट में रियाज इंद्र पर भारी पड़े और उन्होंने सेट के साथ खिताब भी अपने नाम कर लिया।
मास्टर्स 45़ वर्ष आयु के फाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त स्वर्णदीप सिंह ढोड़ी ने मध्यप्रदेश के तपन शर्मा को सीधे सेटों में 6-3, 6-2 से हराकर खिताब अपने नाम किया। ढ़ोड़ी शुरू से ही तेज तर्रार खेल का प्रदर्शन कर रहे थे और उन्होंने अपने बैक हैंड व फोर हैंड का उम्दा प्रदर्शन करते हुए यह सफलता अर्जित की।मास्टर्स 50 वर्ष आयु के फाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त नितेन कीर्तने ने दूसरी वरीयात पाप्त जगदीश तंवर को 6-4, 6-4 से हराकर खिताब जीता।
मास्टर्स 55 वर्ष आयु के फाइनल में पहले क्रम के पवन कपूर ने दूसरे क्रम के राम कुमार प्रसाद को 6-4, 6-1 से, मास्टर्स 60 वर्ष आयु के फाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त चंद्र भूषण चौथी वरीयता प्राप्त पॉल वर्गीस के रिटायर्ड हर्ट होने पर खिताब जीता।मास्टर्स 65 वर्ष आयु के फाइनल में चौथी वरीयता प्राप्त अशोक रे ने उलटफेर करते हुए पहले क्रम के अजीत भारद्वाज को 6-3, 6-0 से हराकर खिताब अपने नाम किया।
मास्टर्स 70़ वर्ष आयु के एकल फाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त अमेरिका के अजय छंटवाल ने दूसरी वरीयता प्राप्त जार्ज थॉमस को 6-0, 6-1 से तथा 75़वर्ष आयु के एकल फाइनल में नरेंदर जाविया ने दूसरी वरीयता प्राप्त अशोक जिंदल के रिटायर्ड होने पर खिताब हासिल किया।पुरुष युगल के 75़ वर्ष आयु के फाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त नरेंदर जन्वेजा व अशोक जिंदल की ने मारिया व सुजादिनी की जोड़ी को 6-3, 6-0 से तथा 70़ आयु के युगल फाइनल में शीर्ष क्रम के अजस छंटवाल व दिलीप शिवपुरी ने गोविंद कृष्ण कुमार व सुरिंदर मोहन शर्मा को 6-2, 6-2 से, 65़ आयु के फाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त ओपी दीक्षित व ललित शर्मा ने कोहली व सेन को 6-1, 7-6 से, 60़ वर्ष पुरुष युगल के खिताबी मुकाबले में चेतन देसाई व मयूर वसंत मानेक ने मनी मोहन नेहरू व गौरी शंकर सैनी की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी को 6-1, 6-0 से हराकर खिताब जीता।
अक्षिता, नीलम व राधिका बनी विजेता
मास्टर्स महिला एकल वर्ग के 35़ वर्ष आयु के फाइनल में गैरवरीयता प्राप्त अक्षिता बसवराजू ने दूसरी वरीयता प्राप्त तुलसी मेहता को 6-0, 6-3 से हराकर टाइटल अपने नाम किया। 50़ आयु के फाइनल में नीमल चोपड़ा ने विभा चौधरी को 6-1, 6-0 से हराकर विजेता होने का गौरव हासिल किया। वहीं 45़ आयु के महिला एकल फाइनल में राधिका आपटे ने आरती गणेश को कड़े मुकाबले में 2-6, 6-4, 10-7 से पराजित कर खिताब अपने नाम किया। 40़ के फाइनल में जाय एलिस को संध्या रानी के नही खेलने से विजेता होने विजेता घोषित किया गया।