नई दिल्ली: बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज को 238 रनों के विशाल अंतर से हराकर शानदार शुरुआत की। बारबाडोस में जन्मे जैकब बेथेल की 53 गेंदों में 82 रनों की विस्फोटक पारी ने इंग्लैंड को 8 विकेट पर 400 रनों के विशाल स्कोर तक पहुंचाया, जो एजबेस्टन में उनका दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। इस जीत ने इंग्लैंड की सात हार की स्ट्रीक को तोड़ा और नए कप्तान हैरी ब्रूक के नेतृत्व में आत्मविश्वास को मजबूती दी।
21 वर्षीय बेथेल जो हाल ही में आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के साथ थे, उन्होंने अपनी तूफानी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया। आठ चौके और पांच छक्कों के साथ उनकी पारी ने इंग्लैंड के मल्टी-फॉर्मेट दावे को और मजबूत किया। बेन डकेट (60), जो रूट (57) और ब्रूक (58) ने भी अर्धशतक जड़े, लेकिन बेथेल की आक्रामकता ने खेल को वेस्टइंडीज की पहुंच से दूर कर दिया।
वेस्टइंडीज के कप्तान शाई होप ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी, लेकिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने उनकी रणनीति को ध्वस्त कर दिया। जेमी स्मिथ ने पहली बार वनडे में ओपनिंग करते हुए 37 रन बनाए, लेकिन ब्रैंडन किंग ने उनका कैच लपक लिया। डकेट, रूट और ब्रूक ने शानदार शुरुआत दी, लेकिन कोई भी पारी को अंत तक नहीं ले जा सका। इसके बाद बेथेल और विल जैक्स (39) ने 98 रनों की साझेदारी कर स्कोर को 400 तक पहुंचाया। जेडेन सील्स ने 4 विकेट लिए, लेकिन उनकी गेंदबाजी भी बेथेल की आंधी के सामने बेकार रही।
जवाब में वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी पूरी तरह बिखर गई। साकिब महमूद ने 7 ओवर में 3/32 और जेमी ओवरटन ने 3/22 के शानदार आंकड़े दर्ज किए। ब्रायडन कार्स ने शाई होप का शानदार कैच लपका, जबकि ब्रूक ने पांच कैच लेकर फील्डिंग में रिकॉर्ड की बराबरी की। वेस्टइंडीज की पारी 162 रनों पर सिमट गई, जिसमें सील्स (29) और अल्जारी जोसेफ की अंतिम साझेदारी ने कुछ सम्मान बचाया।
इंग्लैंड के ये हार का सिलसिला 6 नवंबर 2024 से शुरु हुआ था और ये 29 मई 2025 को खत्म हुआ इस बीच उन्होंने लगातार 7 मैचों में हार मिली। जिन टीमों से हार मिली उनमें वेस्टइंडीज, भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और आफगानिस्तान की टीमें थीं। मजेदार बात यह है कि इस सिलसिले की शुरुआत भी वेस्टइंडीज से शुरु हुई थी और इस स्ट्रीक का अंत भी उसी टीम के साथ हुआ।