नई दिल्ली: IPL 2025 को खत्म हुए 2 दिन भी नहीं हुआ है और फ्रेंचाइजी में बदलाव की चर्चा शुरू हो गई है। अगले सीजन से पहले कई फ्रेंचाइजी स्टाफ और कोचिंग स्टाफ में बदलाव कर सकती हैं और सबसे बड़ा बदलाव लखनऊ सुपर जायंट्स टीम में हो सकता है। 14 मैचों में से सिर्फ छह जीत के साथ सातवें स्थान पर रहने से फ्रेंचाइजी प्रबंधन खुश नहीं है। जहीर खान की देखरेख में काम कर रहे लखनऊ सुपर जायंट्स के कोचिंग स्टाफ के कुछ प्रमुख सदस्यों के भविष्य को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जहीर (46) खुद भी इस परेशानी का सामना कर रहे हैं।
जहीर को पिछले साल की नीलामी की शुरुआत से पहले मेंटर बना गया था, तो उन्हें सिर्फ एक साल के अनुबंध पर रखा गया था। उस कॉन्ट्रैक्ट को रिन्यू किया जाना है और सूत्रों का कहना है कि अगर वह बने रहते हैं तो यह आश्चर्य की बात होगी। जहीर को मुख्य कोच जस्टिन लैंगर के साथ काम करने के लिए लाया गया था, जिनका कॉन्ट्रैक्ट भी रिन्यू होना है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि दोनों के बीच सीजन के दौरान कैसा समन्वय किया, लेकिन टीम और प्रबंधन के भीतर असंतोष की भावना दिखाई देती है। इस स्तर पर चर्चा से पता चलता है कि लैंगर की तुलना में जहीर पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है।
कॉन्ट्रैक्ट भी रिन्यू
जहीर को मुख्य कोच जस्टिन लैंगर के साथ काम करने के लिए लाया गया था, जिनका कॉन्ट्रैक्ट भी रिन्यू होना है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि दोनों के बीच सीजन के दौरान कैसा समन्वय किया, लेकिन टीम और प्रबंधन के भीतर असंतोष की भावना दिखाई देती है। इस स्तर पर चर्चा से पता चलता है कि लैंगर की तुलना में जहीर पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है।
टीम के प्रदर्शन से खुश नहीं
एलएसजी फ्रेंचाइजी के मालिक संजीव गोयनका क्रिकेट और आईपीएल के प्रति जुनूनी माने जाते हैं और पिछले दो सीजन से टीम प्लेऑफ में जगह बनाने में कामयाब नहीं हो पाई है। हालांकि, जहीर 2024 सीजन के लिए जवाबदेह नहीं हो सकते, लेकिन प्रबंधन इस सीजन में टीम के प्रदर्शन से बहुत खुश नहीं है।
पेशेवर संबंध काफी अच्छा
जहीर का कप्तान ऋषभ पंत के साथ पेशेवर संबंध काफी अच्छा है, लेकिन पंत ने बल्ले से निराश किया। पंत ने 14 मैचों में एक शतक और एक अर्धशतक सहित 269 रन बनाए, लेकिन बाकी 12 मैचों में कोई खास योगदान नहीं दे पाए। हालांकि, कप्तान के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए टीम के मेंटर को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, लेकिन यह जहीर ही थे, जिन्होंने टीम के विजन और दृष्टिकोण को आकार देने में मदद की। उन्होंने और पंत दोनों ने इस सीजन में निडर होकर क्रिकेट खेलने की बात कही थी। लेकिन अपेक्षित परिणाम नहीं मिले।